1) बांग्लादेश (Bangladesh) में 30 मई 2017 को टकराए उस भीषण चक्रवाती तूफान (cyclone) को क्या नाम दिया गया है जिसके चलते यहाँ लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया तथा कुछ लोगों की मौत भी हुई? – मोरा (Mora)
विस्तार: “मोरा” (Mora) उस चक्रवाती तूफान को दिया गया नाम है जो 30 मई 2017 को प्रात: बांग्लादेश के दक्षिण तट से टकराते हुए देश में प्रविष्ट हो गया। इसने देश के एक प्रमुख पर्यटन केन्द्र कॉक्स बाजार (Cox’s Bazar) और प्रमुख बंदरगाह नगर चिटगाँव (Chittagong) को अपनी चपेट में लिया।
– इस तूफान के कारण मुख्यत: वह क्षेत्र प्रभावित हुआ पड़ोसी म्यांमार (Myanmar) के लाखों रोहिन्ग्या मुसलमान (Rohingya Muslims) शरणार्थी के रूप में रहते हैं। तूफान के कारण लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया जबकि कम से कम 6 लोगों की तूफान के चलते मौत हुई।
– माना जा रहा है कि यह तूफान आगे बढ़कर कमजोर पड़ जायेगा तथा कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों जैसे त्रिपुरा, मिज़ोरम, नगालैण्ड, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी वर्षा लायेगा।
– इस तूफान को “मोरा” नाम थाईलैण्ड (Thailand) द्वारा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में आन्ध्र प्रदेश और ओडीशा को अपनी चपेट में लेने वाले फैलिन (Phailin) तूफान का नाम भी थाईलैण्ड द्वारा दिया गया था। “मोरा” का थाई भाषा में अर्थ है “समुद्र का तारा”। तूफानों को नाम देने की प्रक्रिया वर्षों पहले शुरू हुई थी जब यह देखा गया था की तूफानों को दिए गए तकनीकी नाम काफी कठिन सिद्ध हो रहे थे। इसलिए अब तूफानों को नाम देने का मौका उस क्षेत्र के देशों को बारी-बारी से दिया जाता है।
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2) 29 मई 2017 को दिवंगत होने वाले मैन्युअल नॉरियेगा (Manuel Noriega) किस देश के भूतपूर्व तानाशाह थे? – पनामा (Panama)
विस्तार: मैन्युअल एंटोनियो नॉरियेगा (Manuel Antonio Noriega) मध्य अमेरिकी देश पनामा के भूतपूर्व सैन्य तानाशाह थे तथा वे 1983 से 1989 तक देश की सत्ता पर काबिज थे। कई वर्ष के सत्ता संघर्ष के बाद वे 1983 में पनामा के जनरल बनकर देश की सत्ता के केन्द्र बन गए थे। उनके शासनकाल के दौरान उनके गुप्तचरों ने देश के विपक्षी नेताओं और पार्टियों का जमकर उत्पीड़न किया था।
– वे एक समय अमेरिका के मित्र थे लेकिन उन्हें अमेरिका ने ही वर्ष 1989 में सत्ता से हटाया था जब 1989-1990 के दौरान उसने पनामा पर हमला (Panama invasion) किया था। उन्हें बंधक बनाकर एक युद्ध-बंदी के तौर पर अमेरिका भेज दिया गया था।
नॉरियेगा पर मादक पदार्थों की तस्करी, गुटबंदी तथा काले धन को सफेद करने जैसे कुल आठ आरोपों पर मुकदमा चला तथा सितम्बर 1992 में उन्हें 40 वर्ष के कारावास की सजा मिली थी जिसे बाद में घटाकर 30 वर्ष कर दिया गया था। लेकिन उन्हें सितम्बर 2007 में ही छोड़ दिया गया था। फ्रांसीसी सरकार ने भी बाद में उन्हें अभियुक्त बनाया था।
– उनकी मृत्यु 29 मई 2017 को पनामा सिटी में हुई। वे 83 वर्ष के थे।
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3) देश के लगभग 8 लाख केमिस्टों तथा मेडिकल स्टोर मालिकों ने किस मुद्दे के विरोध में अपना व्यवसाय 30 मई 2017 को एक दिन के लिए बंद रखा? – दवा की बिक्री को नियमबद्ध (regulate) करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा तैयार किए जा रहे ई-प्लेटफॉर्म के विरोध में
विस्तार: उल्लेखनीय है कि देश में गुणवत्ता वाली औषधियों तथा एण्टी-माइक्रोबियल प्रतिरोधक (anti-microbial resistance) दवाओं की आपूर्ति को सुचारू रूप से संचालित करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने एक ई-प्लेटफॉर्म तैयार करने की प्रक्रिया में संलग्न है। इसके तहत इस ई-प्लेटफॉर्म के तहत बेची जाने वाली समस्त जानकारी को औषधि विक्रेताओं को सरकार के साथ साझा करना होगा तथा इस प्लेटफॉर्म को संचालित करने के लिए लगने वाले खर्च के लिए ट्रांज़ेक्शन शुल्क भी अदा करना होगा।
– लेकिन इस ई-पोर्टल को दवा विक्रेताओं के लिए अनिवार्य बनाए जाने का विक्रेता विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा वे इस पोर्टल के रखरखाव के लिए प्रस्तावित 1% ट्रांज़ेक्शन शुल्क का भी विरोध कर रहे हैं। इसी मुद्दे के विरोध में तमाम दवा दुकानदारों ने 30 मई 2017 को एक दिन की हड़ताल रखकर अपना काम बंद रखा।
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4) सुप्रसिद्ध दक्षिण भारतीय फिल्म-निर्माता दासरी नारायण राव (Dasari Narayana Rao), जिनका 30 मई 2017 को निधन हो गया, मुख्यत: किस भाषा में फिल्म बनाने के लिए जाने जाते थे? – तेलुगु (Telugu)
विस्तार: दासरी नारायण राव (Dasari Narayana Rao) तेलुगु भाषा के सर्वप्रमुख फिल्मकारों में से एक थे। हालांकि उन्होंने तमिल और हिंदी में भी फिल्में बनाई थीं लेकिन उन्हें मुख्य ख्याति तेलुगु फिल्मों के लिए ही मिली थी।
– उनकी बनाई कई फिल्मों में से कुछ प्रमुख थीं – “प्रेमाभिषेकम”, “मेघ संदेशम”, “ओसे रामुलम्मा” और “ताता मानवाडु”। उन्हें दो राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड, नौ नंदी अवार्ड (आन्ध्र प्रदेश सरकार का राजकीय फिल्म पुरस्कार) तथा चार फिल्मफेयर पुरस्कार (दक्षिण) हासिल हुए थे।
– 125 फिल्मों के निर्देशन के लिए उनका नाम गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल है। इसके अलावा उन्होंने लगभग 50 फिल्मों का निर्माण भी किया था। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले अपने समय के सुप्रसिद्ध सीरियल “विश्वामित्र” का निर्माण भी उन्होंने किया था।
– दासरी नारायण राव राजनीति में भी सक्रिय थे। वे 2006 में राज्यसभा के सदस्य बने थे। वे मनमोहन सिंह की सरकार में कोयला राज्यमंत्री भी रहे थे। वे 75 वर्ष के थे।
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Source:- Nirdeshak.com