1) इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू (Benjamin Netanyahu) की 6-दिवसीय भारत यात्रा के अवसर पर भारत सरकार ने दिल्ली के ऐतिहासिक युद्ध स्मारक – तीन मूर्ति चौक (Teen Murti Chowk) का नाम बदलकर क्या रख दिया है? – तीन मूर्ति हैफा चौक (Teen Murti Haifa Chowk)
विस्तार: इज़राइल के साथ मित्रता के प्रतीक के रूप में भारत सरकार ने 14 जनवरी 2018 को दिल्ली के ऐतिहासिक तीन मूर्ति चौक का नाम बदलकर “तीन मूर्ति हैफा चौक” (“(Teen Murti Haifa Chowk”) कर दिया। चौक का यह नया नाम इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू की 6-दिवसीय भारत यात्रा के अवसर पर रखा गया है। प्रथम विश्वयुद्ध के शहीदों को समर्पित यह चौक पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सरकारी आवास तीन मूर्ति भवन के पास ही स्थित है।
– हैफा (Haifa) इज़राइल के एक तटीय शहर का नाम है जिसको तुर्की के ऑटोमन साम्राज्य, जर्मन तथा ऑस्ट्रियाई-हंगेरियन संयुक्त मोर्चे के हाथों भारतीय जवानों के बल ने 23 सितम्बर 1918 को स्वतंत्र कराया था।
– ये भारतीय सैनिक तब मित्र शक्तियों (Allied Powers) के लिए ब्रिटिश सेना के ध्वज तले लड़ रहे थे तथा हैफा की इस जीत ने मित्र सेनाओं के विजय अभियान को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। हैफा के युद्ध में 44 भारतीय सैनिक मारे गए थे जो तीन भारतीय रजवाड़ों (हैदराबाद, जोधपुर और मैसूर) की तरफ से शामिल हुए थे।
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2) भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने 15 जनवरी 2018 से आधार सत्यापन के लिए फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतली के अलावा चेहरे की पहचान (Face Recognition) की सुविधा प्रदान कर दी है। इस नई सुविधा को किस तिथि से शुरू किया जायेगा? – 1 जुलाई 2018 से
विस्तार: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India – UIDAI) द्वारा 15 जनवरी 2018 को जारी अधिसूचना के अनुसार चेहरे की पहचान (Face Recognition) कर आधार सत्यापन (Aadhaar authentication) की सुविधा को फिंगरफ्रिंट (fingerprint) अथवा आँखों की पुतली की पहचान (iris scan) में से किसी एक के साथ मिलाकर प्रयुक्त किया जायेगा तथा यह नई सुविधा 1 जुलाई 2018 से लागू की जायेगी। यह सुविधा ऐसे लोगों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होगी जिनकी हथेली की रेखाएं अधिक उम्र अथवा कड़ी मेहनत के कारण धुंधली पड़ गई हैं तथा जिन्हें अंगूठा/ उंगलियों की छाप देकर अपनी पहचान सिद्ध करने में दिक्कत पेश आती है।
– अभी तक आधार सुविधा के तहत अपनी पहचान सिद्ध करने के दो ही साधन मौजूद हैं – फिंगरप्रिंट अथवा आंखों की पुतली की पहचान। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि चेहरे की पहचान की इस नई सुविधा को भी आवश्यक स्थितियों में ही प्रयोग में लाया जायेगा (“on need basis”)।
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3) किस देश ने नेपाल (Nepal) को इंटरनेट सेवाएं (Internet services) प्रदान करने में भारत का एकाधिकार तोड़कर जनवरी 2018 से इस देश का दूसरा इंटरनेट सेवा प्रदत्ता देश बन गया? – चीन (China)
विस्तार: चीन (China) 12 जनवरी 2018 से नेपाल का दूसरा इंटरनेट सेवा प्रदत्ता (Nepal’s second Internet service provider) देश बनकर इस देश में इंटरनेट सेवाओं को प्रदान करने के मामले में भारत का एकाधिकार तोड़ दिया। चीन की कम्पनी चायना टेलीकॉम ग्लोबल (China Telecom Global – CTG) ने नेपाल टेलीकॉम (Nepal Telecom) के साथ मिलकर यह सेवा शुरू की है।
– CTG द्वारा वर्ष 2016 में डाले गए फाइबर केबिल के द्वारा नेपाल में जिलोंग बॉर्डर गेटवे (Jilong border gateway) के माध्यम से इंटरनेट सेवाएं शुरू की गई हैं। इससे पहले यह चीनी कम्पनी पाकिस्तान, लाओस और थाईलैण्ड में अपनी इंटरनेट सेवाएं शुरू कर चुकी है।
– उल्लेखनीय है कि अभी तक नेपाल इंटरनेट सेवाओं के लिए भारतीय कम्पनियों पर निर्भर था जो बिराटनगर, भैरहवा और बीरगंज जैसे स्थानों पर स्थापित गेटवे से नेपाल में यह सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
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4) टाटा कैमिकल्स (Tata Chemicals) के यूरिया खाद व्यवसाय को 2,682 करोड़ रुपए में खरीद कर किस कम्पनी ने भारत के उर्वरक क्षेत्र के अब तक के पहले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) सौदे को जनवरी 2018 के दौरान पूरा किया है? – यारा फर्टिलाइज़र्स इण्डिया (Yara Fertilisers India)
विस्तार: यारा फर्टिलाइज़र्स इण्डिया (Yara Fertilisers India), जोकि नॉर्वे (Norway) की प्रमुख उर्वरक कम्पनी यारा इंटरनेशनल एएसए (Yara International ASA) की सहयोगी कम्पनी है, ने 12 जनवरी 2018 को टाटा कैमिकल्स (Tata Chemicals) के यूरिया खाद व्यवसाय को 2,682 करोड़ रुपए में खरीदने के सौदे को पूरा कर लिया। इस सौदे के साथ यह कम्पनी भारत के उर्वरक क्षेत्र में पहला प्रत्यक्ष विदेशी निवेश करने वाली कम्पनी बन गई है।
– इस सौदे के तहत उत्तर प्रदेश (UP) के बबराला (Babrala) में स्थित टाटा कैमिकल्स के संयंत्र की सारी परिसम्पत्तियों को यारा को हस्तांतरित किया गया है। इससे यारा का भारत में कारोबार वर्तमान 40 मिलियन डॉलर ($40 million) से बढ़कर 350 मिलियन ($350 million) हो जायेगा।
– उल्लेखनीय है कि वर्ष 1994 में शुरू किया गया बबराला संयंत्र देश का सबसे ऊर्जा-कार्यकुशल संयंत्र है तथा यारा के विश्व भर में फैले सर्वश्रेष्ठ उर्वरक संयंत्रों के समतुल्य है।
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5) विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा 14 जनवरी 2018 को जारी वैश्विक विनिर्माण सूचकांक (Global Manufacturing Index – GMI) में भारत (India) को किस स्थान पर रखा गया है? – 30वें स्थान पर
विस्तार: जिनेवा-स्थित विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum – WEF) द्वारा जारी वैश्विक विनिर्माण सूचकांक (Global Manufacturing Index) में भारत को 30वें स्थान पर रखा गया है। 14 जनवरी 2018 को जारी इस सूचकांक में भारत चीन (China) से 5 स्थान पीछे है। वहीं विनिर्माण के पैमाने (scale of production) पर भारत को 9वें स्थान पर रखा गया है जबकि उत्पादन की जटिलताओं (complexity) के मामले में उसे 48वें स्थान पर रखा गया है।
– इस सूचकांक में शामिल 100 देशों को चार मुख्य समूहों में बाँटा गया है – अग्रणी – Leading (ऐसे देश जिनका विनिर्माण आधार मजबूत है, तथा भविष्य की जरूरतों को लेकर जो तैयार हैं), उच्च क्षमता – High Potential (वर्तमान में सीमित आधार, परन्तु भविष्य के लिए क्षमतावान हैं), विरासत – Legacy (वर्तमान आधार तो मजबूत लेकिन भविष्य जोखिमभरा) और नवजात – Nascent (वर्तमान में सीमित आधार तथा भविष्य को लेकर तैयारी का स्तर भी निम्न)।
– भारत को इन समूहों में से विरासत समूह में रखा गया है जिसमें शामिल अन्य देश हैं रूस, थाईलैण्ड, हंगरी, मैक्सिको, फिलीपीन्स और तुर्की, जबकि चीन को अग्रणी देशों के समूह में रखा गया है।
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Source: nirdeshak.com